एक ऐसा गीत गाना चाहती हूं, मैं..
खुशी हो या गम, बस मुस्कुराना चाहती हूं, मैं..
दोस्तॊं से दोस्ती तो हर कोई निभाता है..
दुश्मनों को भी अपना दोस्त बनाना चाहती हूं, मैं..
जो हम उडे ऊचाई पे अकेले, तो क्या नया किया..
साथ मे हर किसी के पंख फ़ैलाना चाहती हूं, मैं..
वोह सोचते हैं कि मैं अकेली हूं उन्के बिना..
तन्हाई साथ है मेरे, इतना बताना चाहती हूं, मैं..
ए खुदा, तमन्ना बस इतनी सी है.. कबूल करना..
मुस्कुराते हुए ही तेरे पास आना चाहती हूं, मैं..
बस खुशी हो हर पल, और मेहकें येह गुल्शन सारा अभी..
हर किसी के गम को, अपना बनाना चाहती हूं, मैं..
एक ऐसा गीत गाना चाहती हूं, मैं..
खुशी हो या गम, बस तेरी ख़ुशी चाहती हूँ, मैं..
A Beautiful Song : By Abhishek Kumar
WANNA BE WITH YOU
I’ve always been with you
Everytime thinks about you
Don’t wanna go far from you
Everytime wanna listen to you,speak to you
I just wanna be with you forever
Just wanna be with you
I’ve tried hard to get you
Never knows you loved me too
We make a great pair
to be with you jumped different layer
Faced many obstacles
but vanished all those only for you
I just wanna be with you forever
Just wanna with you
This brutal world want to snatch you from me
I will not let it happen,don’t wanna
let you go far from me
as i am your only protector and your terminator
I love you baby and
I just wanna be with you forever
just wanna be with you.
जिन्होंने भारत को आजाद करने का खवायब देखा था उन्होंने पूरा किया
आज भी लड़ाई चल रही इसी भारत को करप्शन से आजाद कराने का
देखते है कब पूरा होता है ..
दरिया में बहा दो रंजिश सब
अब अमन की कुछ बात हो जाये
मेरे देश में खुशहाली हो
बस इत्मिनान से मुलाकात हो जाये
एक अनोखी ख्वाहिश सी
सजी जमीन है फ़ुर्सत से
अब माटी के पहलू से
कुछ नई फ़सल-सौगात हो जाये
जब सारे अरमान देख लिये
क्यों अपने प्यारे खफ़ा हुए
आज मिली आज़ादी में
फ़िर ईद-मिलन दस्तूर हो जाये
मैं सब्र में आज डूबा हूँ
कुछ दूर चलके रोया हूँ
वजूद को अपने ढूँढू हर दम
मैं फ़िर कहीं जाके खोया हूँ
रेत के घरोंदो को छोड़ो
अब टूटे सपनों को खोजो
मेरे साथ चलो,नई आवाज़ लिये
आज फिर एक ख्वाब एक उम्मीद हो जाये..
दिल ने तुम्हे चाहा भी बहुत है, हमने तुम्हे माँगा भी बहुत है
चाहे तो पूछ लो अपने दिल से, हमने तुमे पुकारा भी बहुत है
अँधेरी सी रात में आवाज़ सी आई, इस रात के बाद उजाला भी बहुत है
दूर हुए तो यह एहसास हुआ, ये दिल उदास भी बहुत है
रहा भी नहीं जाता एक पल दूर तुमसे, क्या करें हमे तुमसे प्यार भी बहुत है
न भोगी हू न जोगी हूँ , मै निष्पाप कहानी हूँ
मत कह तू मुझको हिन्दू प्यारे मै हिन्दू से पहले हिन्दुस्तानी हूँ
मै ज्ञान नहीं मै ध्यान नहीं, अरमान नहीं भगवान् नहीं,
मत देख तू मुझको ऐसे प्यारे मै मजदूर के माथे वाला पानी हूँ
मत कह तू मुझको हिन्दू प्यारे मै हिन्दू से पहले हिन्दुस्तानी हूँ
हे मनु तू कितना निर्दयी तुने ये क्या भेद बनाया है,
हिन्दू में क्या रखा, जो मुस्लिम ने ना पाया है,
क्यों कहता इंसा इंसा से तू हिन्दुस्तानी मै पाकिस्तानी हूँ
मत कह तू मुझको हिन्दू प्यारे मै हिन्दू से पहले हिन्दुस्तानी हूँ
खून बहा जाने कितनो का इस अनचाहे बटवारे से
आसमान जैसे बिछड़ा कोई अपने प्यारे तारे से
न शर्मा हू न वर्मा हू, मै शास्वत रूप से कर्मा हूँ
खान ना कहना मुझको प्यारे मै खान नहीं खानदानी हूँ
मत कह तू मुझको हिन्दू प्यारे मै हिन्दू से पहले हिन्दुस्तानी हूँ….
मत कह तू मुझको हिन्दू प्यारे मै हिन्दू से पहले हिन्दुस्तानी हूँ…..
आप सिकंदर , हम पोरस !
आप सोलो , हम कोरस !!
आप मधुर संगीत , हम म्युइज़िक लाउड !
आप प्रेसर में सेंचुरी , हम नो बाल में रन आउट !!
आप जुबान पक्की , हम टुटा वादा !
आप लोअडिंग युक्त , हम नमक सादा !!
आप कन्फर्म टिकट , हम इन वेटिंग लिस्ट !
आप पेमेंट एक मुश्त , हम परेशान किश्त !!
आप मकसद , हम बेवजह !
आप कहीं-कहीं , हम जगह-जगह !!
आप राजा भोज , हम गंगू तेली !
आप अलबर्ट आइन्स्टाइन , हम गैलिलियो गैलोली !!
आप नसीबे कुदरत , हम बुरा वक़्त !
आप स्पस्ट बहुमत , हम जमानत जप्त !!
आप गलत भी सही, हम सही भी तुक्का !
आप इम्पोर्टेंट सिगार , हम देशी हुक्का !!
आप हस्ती मुक्कमल , हम महज़ ख्याल !
आप मझी कूटनीति , हम ऐरे-गेरे शरीफ इंसान !!
एक-दो रोज़ में हर आखँ ऊब जाती है,
मुझ को मज़िल नहीं रस्ता समझनें लगतें हैं ,
जिन को हासिल नहीं, वो जान देते रहतें हैं .
जिन को मिल जाऊं वो सस्ता समझनें लगतें हैं ….”
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